बच्चों को मालिश कब करनी चाहिए,बच्चे को मालिश कैसे करे

बच्चे के लिए मालिश बहुत जरूरी होती है। मलिश से माता-पिता का रिश्ता बच्चे के साथ मजबूत होता है। वह अपने माता-पिता को पहचाने लगता है बच्चों को मालिश करवाना अच्छा लगता है। 
मालिश  के फायदे:-
-मालिश से इनकी हड्डीयाँ व मासपेशियां मजबूत होती है।
-इनकी बॉडी रिलेक्स करती है।
-अच्छी नींद आती है। 
-तन्त्रिका तन्त्र मजबूत होता है पाचन शक्ति बढ़ती है।
बच्चों को मालिश कब करनी चाहिए:-
जब बच्चा सवा महिने का हो जाये उसके बाद ही बच्चे को मालिश करना ठीक रहता। इसके पहले भी कछ लोग बच्चों की मालिश करते है पर उस समय बच्चा मालिश करवाने के लिए तैयार नही होता है मालिश करते हुए वह रोने लगता है  इतने छोटे बच्चे की मालिश बड़े ही कोमल हाथो से उसकी माल बचा कर करनी चाहिए।
मालिश करने से पहले ध्यान देने की बातें:-
1)यदि सर्दी के दिनों में मालिश कर रहे हो तो पहले कमरे को गर्म कर ले या फिर बाहर धुप में जाकर मालिश करे। 
2)जिस कमरे में मालिश की जाये वह पूरी रौशनी हो।
3)यदि बच्चा मालिश नही करवा रहा है रो रहा है तो मालिश नही करनी चाहिए। मालिश करने  से पहले बच्चे का मूड देखले।
3)गर्मी में कमरे में ही बच्चे की मालिश करे। 
4)10 मिनट बच्चे की मालिश करना काफी होता है बच्चे की मालिश हल्के हाथो से करे।
 5)नहलाने से कुछ देर पहले मालिश करना सही रहता है।
6)मालिश के लिए आप सरसो या बेबी आयल इस्तेमाल कर सकती है।
बच्चे को मालिश कैसे करे:-
1) सबसे पहले अपने हाथ गर्म कर ले ताकि बच्चे को ठंडे हाथ न लगे।
2)अब किसी सीधी जगह पर तोलिया बिछाये इस पर बच्चे को लिटाये।
3)बच्चे के कपड़े निकले ।अब अपने हाथो में तेल ले।
4)बच्चे की मालिश टांगों से शुरू करे। टांगों पर मालिश करते हुए पैरों की ओर ले जाये।
5)पैरो की भी ऊपर व नीचे के हिस्से की मालिश करे। पैरो के निचे के हिस्से की अंगूठो से गोल गोल घूमते हुए मालिश करे।
6)  अब उसकी बाजुओ और हाथो की मालिश करे।
7) सीधा लेटा कर पेट की तथा उल्टा लेटा कर कमर की मालिश करे।यदि बच्चा उल्टा लेटते हुए रोता है तो उसे अपने हाथ से थोडा तिरछा करके उसकी कमर की मालिश करे।
8)उसकी गर्दन,कानो के पिछले हिस्से की मालिश करे।मालिश करते हुए अपने हाथों को उसके मुह व आँखों में न डालने दे।


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