बच्चे की अवस्थाये,baby stages in hindi

बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास
बच्चा जब पैदा होता है तभी से माता-पिता की जिम्मेदारी और परेशानी बढ़ जाती है। परेशानी इसलिए जब घर में छोटा सा मेहमान आता है तब पहली बार उन्हें पता नही होता की परवरिश कैसे करनी है। शिशु काल के किस समय पर उसकी क्या activity होगी। 
इस लेख में आपको पता चलेगा की बच्चे की अलग-अलग stages पर क्या activity होती है।
1 से 2 महीने का बच्चा:-

1 से 2 महीने का बच्चा सिर्फ दूध पीना, थोडा बहूत हाथ-पैर इधर-उधर घूमना, सोना जानते है। 
 दूसरे महीने तक आते आते वो थोडा बहूत आवाज का ध्यान करना शुरू कर देते है और अपने आप भी आवाज निकलना शुरू कर देते है।
3 से 4 महीने का बच्चा:-
तीसरे महीने में आते हुए वो अपने परिवार के सदस्यों की पहचान करने लगता है। अपनी माँ के साथ उसका रिश्ता गहरा हो जाता है। बतलाने पर हसने लगता, attention पाने के लिए रोने लगता है।
चोथे महीने में रंगो को पहचानने लगता है। चीजो को पकड़ने लगता है।
5 से 6 महीने का बच्चा:-
पांचवे महीने में उनका शरीर आगे की गतिविधियों के लिए तैयार हो रहा होता है। ऊपर लटकते हुए खिलौनो से खेलते है।
छटे महीने के बीच में कुछ बच्चे बैठने लगते है। चीजो को मुह में डालते। उनके मसूड़े कठोर होने लगते है।
7 से 8 महीने का बच्चा:-
सातवे महीने में बच्चे बैठने लगते है। लेकिन ऐसा जरूरी नही है की सभी के साथ ऐसा हो। कुछ बच्चे थोडा देरी से बैठते है। बच्चे माँ के दूध के अतिरिक्त कुछ solid चीजे खाने लगते है।
आठवें महीने में बच्चे बातों का इशारो में जवाब देना शुरू कर देते है। घुटनो के बल चलने की तैयारी करने लगते है।
9 से 10 महीने का बच्चा:-
9 महीने का बच्चा बाहर के बच्चों के साथ खेलने लगते है। बच्चे दूसरे बच्चों को देख कर खुश होते है। उनका शरीर और मजबूत होने लगता है।
दसवे महीने में बच्चे के दाँत निकलने लगते है। घुटनो के बल चलने लगता है।
11 से 12 महीने का बच्चा:-
ग्यारवें महीने में बच्चा चीजो का सहारा लेकर खड़ा होने लगता है। वाक्केर में चलने लगता है। 
बारवें महीने में बच्चा कुछ आसान से शब्द बोलने लगते है। बच्चा कुछ कदम अपने सहारे चलने लगता है।
13 से 14 महीने का बच्चा:-
अब बच्चा अपने आप खड़ा होकर अपने सहारे चलने लगता है। चीजों को एक जगह से दूसरी जगह धकेल सकता है। आज कल तो बच्चे मोबाइल फोन को भी कान पर लगाने लगते है।
चाचा,मामा, पापा,बाबा आसान से शब्द बोल सकते है। इशारे से अपनी बात कह सकता है। दूसरे की कुछ बातों को समझने लगता है।
15 से 16 महीने का बच्चा:-
चीजो को पहचानने लगता है। घर के सदस्यों के कपड़ो को पहचानने लगता है। मेज, कुर्सी, टी.व्.,चश्मा आदि कुछ चीजो के नाम लेने लगता है। गेंद को पैर मार कर आगे लुढ़कने लगता है।
17 से 18 महीने का बच्चा:-
कप से दूध पिने लगता है। सीढ़ियों पर चढ़ने लगता है। चम्मच से खुद खाने की कोशिश करना। सोफे पर चढ़ने लगता है। नाचने लगता है।
19 से 20 महीने का बच्चा:-
Bat ball से खेलने लगता है। हाथो और आँखों से तालमेल मिलाने लगता है। दौड़ लगा सकता है। चम्मच से खुद खाने लगता है। ढोल बजाने लगता है। 
21 से 22 महीने का बच्चा:-
शब्दों को जोड़कर बोलने लगता है। सीढ़ियों से ऊपर व नीचे उतर सकता है। पार्क में जाकर खेलने लगता है। ख़ुशी और गुस्से की आवाज को समझने लगता है। अपने खिलौनों को एक जगह इकट्ठा करके रखने लगता है।
23 से 24 महीने का बच्चा:-
छोटी मोती चीजे उठाकर मंगवाने से लाने लगता है। जैसे ball इधर लाओ, खिलके को dustbin में डालो। दूध के दन्त और झाड़े आ जाती है बस किल्ले आने रह जाते है। वो सबसे बाद में निकलते है। चीजो को छुपाने लगते है। अपने पसन्द के खिलौने को ढूंढ निकलते है।



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