वैसे तो बच्चा 1 साल के बाद ही अपनी समझ से शब्द बोलता है। लेकिन अपनी बातों को वो रो कर शुरू से ही बताने लगता है। सवा महीने तक तो बच्चा भूख लगने, नैपी गीला होने, गोद में आने के लिए ही रोता है। बच्चे का विकास बहूत तेजी से होता है। सवा महीने बाद वो आवाज को सुनता है, चीजो को देखकर खुश होता है। अपने माता-पिता की आवाज को पहचानने लगता है। कभी-कभी उन आवाजो के जवाब देने के लिए मुह से आवाजे निकालता है।
- आपको ये तो हमेशा करना है की बच्चे को कभी अकेला ना छोड़े उसके साथ हमेशा बातें करते रहे।
- उसके साथ आवाज करने वाले खिलौनों के साथ खेले।
- बच्चा आवाजे सुन कर खुश होगा। ये आप उसकी हरकतों से अंदाजा लगा सकते है। वो smile करेगा, हाथ-पैर चलाएगा, मुह से बुलबुले निकलेगा। इसी तरह से वो बातों का जवाब भी देता है।
- जब बच्चा आपकी बात का जवाब देता है तो उसे और ज्यादा बोलने के लिए प्रोत्साहित करें।
- बच्चे खिलौनों के साथ भी बातें करते है बच्चा जहाँ पर लेटा हुआ हो वहा खिलौने टांग दे। जिन्हें देख कर वो उनको पकड़ने का प्रयत्न करे, उनको बजाए, उनसे बातें करे।
- बच्चा बड़ा होते होते आपकी smile और गुस्सा समझने लगता है। उनकी बातों का हँसकर जवाब दे।
- बच्चे को तालियां बजाना सिखाये। ताली बजाकर वो अपनी ख़ुशी को व्यक्त करता है।
बच्चे का बोलना शुरू करना:-
7 महीने के बाद से ही बच्चा बोलने का प्रयत्न कर सकता है। लेकिन यह हर बच्चे के लिए जरूरी नही है। वो इससे ज्यादा समय भी ले सकता है। 9 महीने के बाद से भी बोलना शुरू कर सकता है।
बच्चा 1 साल होने के बाद बहूत सी बातों को समझने लगता है। जैसे- खाना खालो, नहाना, बाहर जाना, चीजो के नाम और भी बहूत सारी बातों का पता चल जाता है। और इन बातों को वो बोलने का भी प्रयत्न करता है। अपनी टूटी-फूटी भाषा में बोलता है और अपनी बात को समझने का प्रयत्न करता है। कुछ बातें समझ आ जाती है कुछ नही आती।
1 साल से लेकर 2 साल तक बच्चे की भाषा का बहूत तेजी से विकास होता है। इस समय पर बच्चे के बोलने पर ध्यान देने की बहूत आवश्यकता होती है।
1 साल से 2 साल तक का बच्चा बोलने में क्या क्या गतिविधियां कर सकता है:-
- आसानी से बोले जाने वाले शब्दों को बोल सकता है। जैसे- कार, पानी, घोडा, कुत्ता, मेज, मामा, पापा, दादी,माँ।
- परिवार के सदस्यों के नाम बोलना।
- चीजो के नाम बताना।
- body parts के नाम बताना।
- फोन पर बात करने की नकल करना।
बच्चे को बोलना सिखाने के लिए क्या करे क्या ना करे:-
- बच्चे की भाषा का विकास शुरू में बहूत तेजी से होता है। इसलिए आप उसके सामने तुतलाकर न बोले । नही तो बच्चे को ये पता ही नही चलेगा की सही शब्द क्या है। वो भी पीछे-पीछे तुतलाकर ही बोलेगा।
- बच्चे के साथ बहूत सारी बातें करे। ताकि वो शब्दों को सीख सके और बोलने का प्रयत्न करे।
- जब भी बच्चा बोलता है तो उसको बोलने के लिए प्रोत्साहित करे।
- बच्चों को कविता पढ़कर सुनाये और उनको भी पीछे-पीछे बोलने को कहे।
- आप जो भी काम करने जा रहे हो वो बच्चे को बताये जैसे- हम नहाने जा रहे है, अब हम खाना खाएंगे।
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